Gorakhpur Link Expressway: उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कई नए एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जिनमें से एक है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे. यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है, जिससे गोरखपुर से लखनऊ की दूरी साढ़े तीन से चार घंटे में तय की जा सकेगी. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य मई तक पूरा होने की उम्मीद है, और इसका उद्घाटन मई के अंत में हो सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.

एक्सप्रेसवे की विशेषताएं
Gorakhpur Link Expressway 91.35 किलोमीटर लंबा है और यह गोरखपुर जिले के जैतपुर गांव से शुरू होकर आजमगढ़ जिले के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जुड़ता है. इस एक्सप्रेसवे को बनाने में लगभग 7283 करोड़ रुपये की लागत आई है. यह एक्सप्रेसवे 4-लेन चौड़ा है, जिसे भविष्य में 6 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इसके शुरू होने से गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ जिले के लोगों को सीधा फायदा होगा.
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
Gorakhpur Link Expressway के शुरू होने से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी वृद्धि होगी. इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में मदद करेगा, जिससे व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
उद्घाटन और भविष्य की योजनाएं
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन मई के दूसरे पखवाड़े में हो सकता है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हाथों उद्घाटन होने की संभावना है. इस एक्सप्रेसवे के उद्घाटन कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं.